शामली। प्रेरणा पोर्टल से जिले के विभिन्न अधिकारियों ने परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण किया तो बड़ा राज खुल गया है। निरीक्षण के दौरान 42 (शिक्षक, अनुदेशक और शिक्षामित्र) ऐसे मिले जो बिना आनलाइन अवकाश लिए अनुपस्थित थे। रिपोर्ट आने के बाद बीएसए ने सभी 42 कर्मचारियों पर कार्रवाई करते हुए उनका एक दिन का वेतन काट दिया है। सभी से स्पष्टीकरण भी मांगा गया। स्पष्टीकरण का जवाब आने के बाद आगे की विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश है कि परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले। स्कूलों की निगरानी के लिए प्रत्येक जिले में जिला स्तरीय और ब्लाक स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया गया है। जिसमें शिक्षा विभाग के अलावा विभिन्न विभागों से अधिकारियों का चयन किया गया है। यह सभी अधिकारी प्रेरणा-पोर्टल के माध्यम से स्कूलों का निरीक्षण करते है।
100 से अधिक स्कूलों का निरीक्षण
अधिकारियों ने 20 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच 100 से अधिक स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। जिसमें 42 स्कूल ऐसे थे। जहां किसी में शिक्षामित्र तो किसी में सहायक अध्यापक या अध्यापिका और अनुदेशक अनुपस्थित थे। जब उनके अवकाश के संबंध में जानकारी की गई तो उक्त 42 शिक्षकों में से किसी ने भी अवकाश के लिए आनलाइन आवेदन नहीं किया था।
सभी अधिकारियों की रिपोर्ट बीएसए को पास पहुंची तो उन्होंने बिना आनलाइन लिए अवकाश पर रहने वाले (शिक्षक, अनुदेशक और शिक्षामित्र) के खिलाफ कार्रवाई की है। उन्होंने एक दिन का वेतन काटते हुए सभी 42 शिक्षकों के खिलाफ जांच बैठा दी है। बीएसए ने सभी से स्पष्टीकरण भी मांगा है। शिक्षकों का लिखित स्पष्टीकरण आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कई शिक्षक कई महीनों से चल रहे है अनुपस्थित
जिले के परिषदीय विद्यालयों में कई अनुदेशक, शिक्षामित्र और सहायक अध्यापक ऐसे भी है जो लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे है, जबकि कई ऐसे है जो हाजरी लगाने ही स्कूल में आते है। इसके बाद वहां से चले जाते है। जबकि जैसे ही कोई अधिकारी निरीक्षण पर स्कूल आए तो उनको फोन कर बुलाया जाता है। विभागीय कई अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान यह बात भी सामने आई है। जिला समन्वयक अमित कुमार के अनुसार स्कूल में अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान लगातार ही अनुपस्थित मिलने वाले शिक्षकों की सूची तैयार की जा रही है।

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