उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री द्वारा कंपोजिट मॉडल विद्यालयों की स्थापना होने जा रही है. प्रदेश की 8000 न्याय पंचायत में मॉडल कंपोजिट विद्यालयों का निर्माण होने जा रहा है. इन कंपोजिट विद्यालयों में अत्यधिक सुविधाओं के साथ स्कूलों में पढ़ाई की व्यवस्था उपलब्ध होगी. जहां 10 एकड़ से अधिक के क्षेत्र में बनने वाले इन स्कूलों में प्री-प्राइमरी से लेकर इंटर मीडिएट तक की शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी. मुख्यमंत्री कंपोजिट मॉडल विद्यालयों में विद्यार्थियों को नई तकनीक एवं व्यवस्था के साथ गुणवत्ता युक्त शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सकेगा.
वहीं, प्राइवेट स्कूलों की तरह स्मार्ट क्लासेज एवं अत्याधुनिक विज्ञान लैब जैसी सुविधा उपलब्ध होने से बच्चों को गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा. इसके अलावा बच्चों को नई तकनीक से जोड़ा जा सकेगा, जिससे वह आगे चलकर हर क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकें.
जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य
जिले में मॉडल कंपोजिट स्कूल बनाने के लिए जमीन को चिन्हित करने का काम शुरू कर दिया गया है. जिलाधिकारी को इसके लिए निर्देशित किया गया है कि वह खाली भूमि को जल्द से जल्द चिन्हित करें. जहां 27 विद्यालयों का डीपीआर भी तैयार कर लिया गया है. यहां जल्द ही निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा. उत्तर प्रदेश जल निगम की निर्माण इकाई कंस्ट्रक्शन एवं डिजाइन सर्विसेज उत्तर प्रदेश आवास विकास परिसर व उत्तर प्रदेश समाज कल्याण निर्माण निगम लिमिटेड इत्यादि को निर्देश दिए गए हैं, जिससे तय समय पर निर्माण कार्य पूरा किया जा सके.
उत्तर प्रदेश मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की ओर से बेसिक शिक्षा व माध्यमिक शिक्षा विभाग को विद्यालय निर्माण के कार्यों की निगरानी के लिए निर्देशित भी किया गया है. मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालयों के परिसर में विद्यार्थियों को कौशल विकास की ट्रेनिंग देने की भी व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी. यहां कौशल विकास केंद्र खोला जाएगा. विद्यार्थियों के लिए डिजिटल लाइब्रेरी परीक्षा कक्ष और स्टेडियम की भी सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे खेलकूद में भी बच्चों को तैयार किया जा सकेगा.
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