देहरादून। प्रधानाचार्य सीधी भर्ती के विरोध में राजकीय शिक्षक संघ का क्रमिक अनशन चौथे दिन भी जारी रहा। चौथे दिन चमोली, यूएसनगर और पिथौरागढ़ जिले के शिक्षक क्रमिक अनशन पर बैठे।
राजकीय शिक्षक संघ के बैनर तले प्रधानाचार्य सीमित विभागीय भर्ती/ सीधी भर्ती के विरोध में शिक्षकों का क्रमिक अनशन शुक्रवार को चौथे दिन भी जारी रहा। आज चमोली, उधम सिंह नगर व पिथौरागढ़ के निम्न पदाधिकारी और शिक्षक क्रमिक अनशन पर बैठे। इसमें राजकीय शिक्षक संघ की चमोली जिला इकाई के अध्यक्ष प्रदीप भंडारी यूएसनगर के जिलाध्यक्ष दीपक शर्मा प्रकाश चौहान, पिथौरागढ़ के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह भंडारी, चमोली के मंत्री अनंत चौहान, यूएसनगर के, नीरज चौहान के अलावा कौशल चौधरी, भरत सिंह नेगी, नारायण बगड़ ,मनमोहन मेहता,श्रीमती जानकी अधिकारी विवेक पवार क्रमिक अनशन पर बैठे।
इस मौके पर प्रांतीय अध्यक्ष राम सिंह चौहान ने कल दिनांक 14 सितंबर 2024 को सभी मंडल,जनपदों, विकासखंडों एवं विद्यालय शाखों के समस्त कार्यकारिणी को धरना स्थल पर अनिवार्य रूप से पहुंचने को पत्र भी जारी किया जा चुका हैं। उन्होंने कहा कि सभी शाखाओं के पदाधिकारी धरना स्थल पर अनिवार्य रूप से पहुंचे। उन्होंने कहा शिक्षकों का उत्पीड़न बंद किया जाए उनकी सम्मानजनक ढंग से पदोन्नति की जाए यदि आंदोलन उग्र हुआ तो इसकी जिम्मेदारी सरकार, शासन व विभाग की होगी, शिक्षक बिना पदोन्नति के सेवानिवृत हो रहे हैं जबकि विभाग में पदोन्नति के हजारों पद रिक्त है।
उपाध्यक्ष श्री राजकुमार चौधरी ने आंदोलन को उग्र करने का निर्णय लिया जिससे हमारी समस्या का समाधान निकल सके। धरना स्थल पर राजमोहन सिंह रावत, प्रणय बहुगुणा, प्रांतीय मीडिया प्रभारी, बलवंत असवाल जिला मंत्री उत्तरकाशी लगातार उपस्थित हैं। जिला अध्यक्ष उधमसिंह नगर दीपक शर्मा ने कहा कि आज न्याय के लिए हम धरना स्थल पर हनुमान चालीसा व सुंदरकांड का पाठ करेंगे जिससे सरकार हनुमान चालीसा / सुंदर काण्ड सुनकर शिक्षकों की समस्याओं को भी सुने। सभा का संचालन जगदीश बिष्ट प्रांतीय संयुक्त मंत्री के द्वारा किया गया मंडलीय अध्यक्ष गढ़वाल मंडल श्री श्याम सिंह सरियाल ने प्रांत के निर्देश के क्रम में संगठन को शक्ति प्रदान करने के लिए धरना स्थल पर पहुंचने का समस्त शाखाओं से अनुरोध किया।
सभा को लक्ष्मण सिंह सजवान प्रांतीय कोषाध्यक्ष गोकल सिंह मर्ताेलिया मंडल अध्यक्ष कुमाऊं हेमंत पैन्यूली मंडल मंत्री गढ़वाल, रवि शंकर गोसाईं मंडली मंत्री कुमाऊं, महेंद्र पटवाल उपाध्यक्ष कुमाऊं माखनलाल शाह संगठन मंत्री गढ़वाल, पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष के के डिमरी, कुलदीप कंडारी जिला अध्यक्ष देहरादून, मंत्री अर्जुन पंवार, जगदीश चौहान, दिनेश भंडारी, प्रवीण रावल जिला अध्यक्ष पिथौरागढ़ मोहकम चौहान उधम सिंह नगर में रुपए 5100/= रा ई का किलाखेड़ा शाखा उधम सिंह नगर ने ₹1100 श्री भास्कर रावत प्रांतीय मनोनीत सदस्य ने 18000/= रुपए ,पुष्कर डुमना नैनीताल द्वारा ₹5100 संगठन को सहयोग दिया श्री राजेश गैरोला उपाध्यक्ष जनपद देहरादून शीशपाल भंडारी अध्यक्ष नरेंद्र नगर, दयासागर उनियाल अध्यक्ष देवप्रयाग, श्री रविंद्र राणा पूर्व मंडल अध्यक्ष गढ़वाल, पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्र वीपी सिंह द्वारा संगठन की मांगों का समर्थन किया और सरकार से मांग की शिक्षकों की समस्याओं का शीघ्र निस्तारण हो, श्री जगत सिंह खाती प्रांतीय संरक्षक पर्वतीय शिक्षक कर्मचारी संघ द्वारा धरना स्थल पर पहुंचकर पहुंचकर संगठन को अपना समर्थन दिया।
प्रधानाचार्य विभागीय सीधी भर्ती परीक्षा स्थगित
उत्तराखंड में प्रधानाचार्य के 692 पदों पर इसी महीने 29 सितंबर को प्रस्तावित विभागीय सीधी भर्ती परीक्षा स्थगित कर दी गई है। उत्तराखंड लोकसेवा आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने इसका आदेश जारी कर दिया है।
बता दें कि राजकीय शिक्षक संघ के विरोध के बाद शासन ने इस संबंध में उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को पत्र भेजा था। कहा था कि उत्तराखंड राज्य शैक्षिक (अध्यापन संवर्ग) राजपत्रित सेवा नियमावली 2022 में संशोधन किया जाएगा। संशोधन के बाद परीक्षा हो सकती है। प्रदेश के सरकारी माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्य के खाली पदों को भरने के लिए शासन ने 50% पदों पर विभागीय सीधी भर्ती कराने का निर्णय लिया गया था।
इसके लिए उत्तराखंड राज्य शैक्षिक (अध्यापन संवर्ग) राजपत्रित सेवा नियमावली में संशोधन के बाद शासन ने 22 फरवरी 2024 को उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को भर्ती परीक्षा का प्रस्ताव भेजा था। सेवा नियमावली में संशोधन के बाद पहली बार यह भर्ती होनी थी पर राजकीय शिक्षक संघ शुरू से भर्ती का विरोध कर रहा था।
संगठन का कहना था कि प्रधानाचार्य के शतप्रतिशत पद पदोन्नति के पद हैं। इन पदों पर विभागीय सीधी भर्ती वर्षों से विभाग में कार्यरत शिक्षकों के साथ अन्याय है।
संगठन का कहना था कि प्रधानाचार्य के शतप्रतिशत पद पदोन्नति के पद हैं। इन पदों पर विभागीय सीधी भर्ती वर्षों से विभाग में कार्यरत शिक्षकों के साथ अन्याय है।
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