हरिद्वार : हरिद्वार में प्रस्तावित पॉड टैक्सी योजना पर सरकार ने फिलहाल रोक लगा दी है. पॉड टैक्सी को लेकर करीब 2 हजार करोड़ रुपये की डीपीआर तैयार होने के बावजूद यह कदम उठाया गया है. हरिद्वार में साल भर लाखों-करोड़ों की तादाद में आने वाले श्रद्धालुओं के लिहाज से यह योजना अहम साबित हो सकती थी.
दरअसल, यहां बड़े गंगा स्नानों पर लाखों वाहनों के पहुंचने से जाम की स्थिति अक्सर बन जाती है, इसलिए हरिद्वार में परिवहन व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए विदेश में चलने वाली पॉड टैक्सी यानी केबल कार को यहां चलाए जाने की योजना थी. साल 2018 में इसको लेकर चर्चा शुरू हुई थी. उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की ओर से करीब 2 हज़ार करोड रुपए के इस प्रोजेक्ट की डीपीआर भी तैयार कर दी गई थी.
हरिद्वार के सीतापुर से भूपतवाला तक पॉड कार के लिए रूट बनाया गया था. योजना का रूट स्पष्ट ना होने के चलते लगातार स्थानीय व्यापारी इस योजना का विरोध कर रहे थे. फिलहाल सरकार की ओर से पॉड टैक्सी पर रोक लगा दी गई है.
बता दें कि हरिद्वार में हर की पैड़ी कॉरिडोर प्रस्तावित है, जिसमें काशी और उज्जैन की तर्ज पर हरिद्वार का विस्तार किया जाना है. यूएमआरसी के अधिकारियों के मुताबिक, हर की पैड़ी कॉरिडोर प्रोजेक्ट के लिए फिलहाल पॉड टैक्सी योजना पर रोक लगाई गई है. हरिद्वार में विधायक मदन कौशिक ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर हरिद्वार में प्रस्तावित योजनाओं पर चर्चा की थी. साथ ही हरिद्वार को हेरिटेज सिटी बनाने की मांग भी की थी.
पॉड कार ट्रांसपोर्टेशन कुछ यूरोपियन देशों में संचालित होता है, जिसमे रोप वे की तर्ज पर केबिन केबल पर चलता है. बहरहाल हरिद्वार में लंबे समय तक चर्चा में रही पॉड कार योजना पर फिलहाल रोक लगा दी गई है. हालांकि हर की पैड़ी कॉरिडोर को लेकर मौजूदा समय में भी व्यापारियों का विरोध जारी है.
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