निदेशक उच्च शिक्षा प्रो. कमल किशोर पाण्डे ने बताया कि एनसीआरएफ (नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क) के दिशा-निर्देशों के अनुरूप इन कोर्सों को इसी शैक्षणिक सत्र से लागू किया गया है। इन पाठ्यक्रमों को डिजिटल कौशल और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए महाविद्यालयों के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। जीवन कौशल कोर्स वाधवानी समूह के सहयोग से अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए उपलब्ध रहेगा, जिसे यूजीसी की मान्यता प्राप्त है।
छात्रों को इन पाठ्यक्रमों को करने से अतिरिक्त क्रेडिट प्राप्त होगा, जो उनके अंकपत्र में दर्शाया जाएगा। कला और मानविकी वर्ग के छात्रों के लिए डाटा साइंस का कोर्स एक सेमेस्टर में अनिवार्य रूप से करना होगा।
शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि युवाओं को कौशलयुक्त और करियर उन्मुख शिक्षा देना राज्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। एआई, इमर्जिंग टेक, डेटा साइंस और एंटरप्रेन्योरशिप जैसे कोर्स युवाओं के भविष्य को नई दिशा देंगे और उन्हें रोजगार योग्य बनाएंगे।
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