Sunday, 11 August 2024

केदारनाथ मार्ग पर भीमबली के पास पहाड़ टूटा, मंदाकिनी पर बनी झील



रुद्रप्रयाग: अगस्त महीने की शुरुवात में ही केदारनाथ घाटी में भारी बारिश और भूस्खलन ने सबको 2013 में हुई आपदा की याद दिला दी। 1 अगस्त को केदारनाथ जाने के पैदल मार्ग लिनचोली और गौरीकुंड सोनप्रयाग और अन्य स्थानों पर बादल फटने और भूस्खलन होने से भारी जान माल की हानि हुई, अब आज केदारनाथ ट्रेक पर भीमबलि के पास landslide की ख़बरें हैं।

आज 11 अगस्त 2024 की शाम को फिर से केदारनाथ ट्रेक पर भीम बली हैलीपैड के सामने भूस्खलन हुआ है। भीमबली में तेज बारिश होने के बाद मौसम साफ़ हुआ तो पहाड़ टूट कर मंदाकनी नदी में समा गया। इस आपदा में किसी भी प्रकार की जान माल की क्षति नहीं हुई है। लेकिन, पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा सरक कर गिर जाने से मंदाकनी नदी का पानी रुक गया, जिसने एक झील का रूप ले लिया है।
सूचना मिलते ही रुद्रप्रयाग प्रशासन ने एक्शन लिया। भीम बली में बनी झील के टूटने से मंदाकनी नदी का पानी बढ़ सकता है इसलिए नदी के किनारे बसे लोगों के लिए सावधान रहने के लिए अलर्ट जारी किया गया। प्रसाशन ने गौरीकुंड, सोनप्रयाग और अन्य जगहों पर मंदाकनी नदी के किनारे बसे लोगों से नदी के नजदीक न आने की और सावधान रहने की अपील की है। आज शाम का ये विडियो देखिये..



चमोली-रुद्रप्रयाग में बारिश से उफान पर मोक्ष-आकाशकामिनी नदी, दो पुल बहे, 44 परिवार गांव में कैद

चमोली और रुद्रप्रयाग जिले में भारी बारिश के कारण जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित रहा। रुद्रप्रयाग जिले की तुंगनाथ घाटी में लगभग छह घंटे तक मूसलाधार बारिश के कारण आकाशकामिनी नदी उफान पर आ गई। इसके चलते जहां कुंड-ऊखीमठ-चोपता-गोपेश्वर हाईवे कई जगह से क्षतिग्रस्त हो गया। हाईवे पर गहरी दरारें आ गईं। वहीं कई लोग देर रात ही परिवार समेत घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। हालात का जायजा लेने के लिए प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई है। साथ ही स्थानीय स्कूल, पंचायत भवनों को आवश्यकतानुसार राहत शिविर बनाने की भी तैयारी की जा रही हैं।



इधर चमोली के नंदानगर में अतिवृष्टि से कई गांवों में कृषि भूमि और आवासीय भवनों को भारी नुकसान पहुंचा है। मोक्ष नदी का जलस्तर बढ़ने से धुर्मा और ग्वाड़ गांव को जोड़ने वाले दो पैदल पुल बह गए, जिससे इन गांवों के 44 परिवारों का अन्य क्षेत्र से संपर्क टूट गया है। मोक्ष नदी का पानी और मलबा सेरा बाजार में लोगों के घरों में घुस गया, जिससे लोग रातभर अफरा-तफरी में रहे। नदी के तेज बहाव से सैकड़ों नाली भूमि भी तबाह हो गई है साथ ही फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है। क्षेत्र में सड़कें भी जगह-जगज क्षतिग्रस्त हो गई हैं।

यहां भेंटी गांव में शनिवार रात को बिजली गिरने से पूरण सिंह की भैंस की मौत हो गई है। वहीं घर में सो रहे पूरण सिंह के पिता नारायण सिंह समेत तीन लोग बेहोश हो गए। तहसील प्रशासन की टीम प्रभावित क्षेत्र पहुंच चुकी है

No comments:

Post a Comment