Saturday 15 June 2024

हरिद्वार कॉरीडोर: इन 31 वार्डों से होकर गुजरेगा कॉरीडोर, बस अड्डा भी होगा शिफ्ट, व्यापारी बोले कुछ टूटने नहीं देंगे




हरिद्वार कॉरीडोर को लेकर बैठकों का दौर शुरु हो गया है। माना जा रहा है कि जल्द ही कॉरीडोर का काम शुरु कर दिया जाएगा। इसके लिए तीन कंपनियों को जिम्मेदारी गई है। वहीं व्यापारियों के साथ मीटिंग में व्यापारी और जनप्र​तिनिधियों को कॉरीडोर प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी गई। लेकिन व्यापारियों ने दो टूक कह दिया कि किसी भी कीमत पर हरिद्वार में अयोध्या—काशी की तरह तोडफोड नहीं होनी दी जाएगी।

31 वार्डों से होकर गुजरेगा कॉरीडोर
हरिद्वार कॉरीडोर की बैठक में मौजूद व्यापारी नेता संजीव नैयार ने बताया कि कॉरीडोर 31 वार्डों से होकर गुजरेगा। इसमें शांतिकुंज से लेकर कनखल सतीघाट तक के वार्ड हैं। शांतिकुंज से मोतीचूर, भूपतवाला, भीमगोड़ा, खडखडी, हरकी पैडी क्षेत्र, अपर रोड, रेलवे स्टेशन रोड से होते हुए कनखल सती कुंड तक जाएगा। इसमें नगर निगम के कुल 31 वार्ड आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि तीन कंपनियों को इस काम के लिए जिम्मेदारी दी गई है।

लेकिन हमने दो टूक कह दिया है कि कॉरीडोर या अन्य किसी विकास योजना का स्वागत है लेकिन हरिद्वार में व्यापारियों और स्थानीय लोगों को उजडने नहीं दिया जाएगा। अयोध्या, काशी और उज्जैन की तरह व्यापारियों को उजाडा गया तो कॉरीडोर प्रोजेक्ट का विरोध किया जाएगा।

हरिद्वार कॉरीडोर
क्या—क्या होना है कॉरीडोर में
बैठक में यूआईआईडीबी के प्रतिनिधि सुरेश गुप्ता ने धार्मिक, सांस्कृतिक गतिविधियों के दृष्टिगत नए टूरिज्म मास्टर प्लान,परियोजना क्षेत्र परिभाषा, हर की पौड़ी का विकास, हर की पौड़ी-आस्था पथ-चण्डी घाट हेतु फिक्स एवं झूला पुल, सती कुण्ड का विकास, सड़क सुधारीकरण, पार्किंग अपग्रेडेशन, घाट तथा रिवर फ्रन्ट डेवलपमेंट एवं इम्प्रूवमेन्ट, सॉलिड वेस्ट, जल आपूर्ति, ड्रैनेज सिस्टम, विद्युत, बस स्टेशन रिलोकेशन सहित विभिन्न विषयों पर विस्तार से जानकारी दी।

कहां जाएगा बस अड्डा
हरिद्वार कॉरीडोर प्रोजेक्ट की प्रेजेंटेशन के दौरान अधिकारियों ने बताया कि योजना के तहत हरिद्वार बस अड्डे को हटाया जाना है। बस अड्डा कहां ले जाया जाएगा, इस संबंध में उपयुक्त स्थान खोजा जा रहा है। फिलहाल ये ज्वालापुर या जगजीतपुर में भी जा सकता है। या फिर इसे ऋषिकुल ग्रांउड में भी शिफ्ट किया जा सकता है। ये भी प्लॉन है कि यदि उपयुक्त स्थान पर जमीन नहीं मिली तो वर्तमान बस अड्डे का भी कायाकल्प किया जाने की योजना है।

ज्वालापुर और जगजीतपुर में आई तेजी
वहीं बस अड्डा शिफ्ट किए जाने की योजना से एक बार फिर ज्वालापुर के सराय और जगजीतपुर क्षेत्र में प्रोपर्टी के दाम आसमान छूने लगे हैं। पहले भी बस अड्डे को ज्वालापुर के सराय ​में ट्रासंपोर्ट नगर में शिफ्ट किए जाने की योजना थी। लेकिन व्यापारियों के विरोध के बाद इस प्लान पर ब्रेक लग गया था।

अब एक बार फिर चर्चा होने से ज्वालापुर के सराय और जगजीतपुर में प्रोपर्टी की कीमतों में इजाफा हुआ है। प्रोपर्टी कारोबारी सुनील अरोड़ा ने बताया कि शहर में जमीन नहीं है इसलिए कॉरीडोर से प्रभावित लोग और संस्थानों को शहर से बाहर ज्वालापुर और बहादराबाद के बीच ही शिफ्ट किया जाएगा। इससे यहां के रेट आसमान छूने लगेंगे।

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