ऋषिकेश-चीला मार्ग पर हुई दुर्घटना के बाद जंगल सफारी वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। बताया जा रहा है कि ट्रायल पर चल रहा ओवरलोडेड बैटरी वाहन तेज रफ्तार में था। इस हादसे के बाद शासन स्तर और जबरदस्त हलचल मची हुई है। लगभग 40 लाख की कीमत का यह जंगल सफारी वाहन प्रोवाज कम्पनी का था। फील्ड ट्रायल के बाद वन विभाग जिप्सी के विकल्प के तौर पर इन बैटरी वाहन को खरीदने जा रहा था। इस दर्दनाक हादसे के बाद वन विभाग के कर्मी आक्रोश में है। और धरने प्रदर्शन की तैयारी में भी आ रहे हैं। इस हादसे में रेंजर समेत चार लोगों की मौत हुई। चार घायल व एक लापता हैं।
सोमवार शाम करीब पांच बजे पार्क के चीला रेंज में एक इंटरसेप्टर वाहन का ट्रायल किया जा रहा था। पार्क प्रशासन को वाहन पेट्रोलिंग व जानवरों के रेस्क्यू के लिए मिला था। ट्रायल के लिए वाहन में वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी, वन क्षेत्राधिकारी शैलेश घिल्डियाल, उपवन क्षेत्राधिकारी प्रमोद ध्यानी, चिकित्सक राकेश नौटियाल के अलावा कुलराज सिंह, हिमांशु गोसाई, सैफ अली खान, अंकुश, अमित सेमवाल व अश्विन बीजू सवार थे। बताया जा रहा है कि वाहन चीला से ऋषिकेश की ओर आ रहा था।
चीला विद्युत गृह से कुछ आगे अचानक अनियंत्रित होकर पेड़ से टकराया। और बाद में चीला शक्ति नहर के पैराफिट से जा टकराया। पेड़ से टकराने के दौरान कुछ लोग छिटक कर खाई में जा गिरे। वहीं वाहन में सवार वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी नहर में जा गिरी।
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