उत्तराखंड के इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से स्कूल के अंदर मजदूरी कराई जा रही है। जी हां, यह हैरान करने वाला मामला हरिद्वार जिले में सामने आया है। स्कूल परिसर में मजदूरी कराई जा रही है।
उत्तराखंड के इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों से स्कूल के अंदर मजदूरी कराई जा रही है। जी हां, यह हैरान करने वाला मामला हरिद्वार जिले में सामने आया है। राजकीय प्राथमिक विद्यालय नंबर-25 में पढ़ने वाले बच्चों से स्कूल परिसर में मजदूरी कराई जा रही है। पांच साल से लेकर आठ साल के बच्चें स्कूल में फावड़ा लेकर खुदाई करते दिख रहे है। बच्चें मिट्टी की टोकरी को सर पर रख कर फेंक रहे है। पिछले तीन दिनों से स्कूल में बच्चें यही काम कर रहे है। रानीपुर विधानसभा के टिबड़ी क्षेत्र में स्थित प्राथमिक विद्यालय नंबर 25 में शुक्रवार को भी बच्चें बाल मजदूरी करते नजर आए।
इस दौरान बच्चें फावड़े से मिट्टी की खुदाई करते दिखे। साथ ही मिट्टी की ढुलाई भी करते नजर आए। एक ओर नाबालिग बच्चों से मजदूरी कराने पर सरकार ने सजा का प्रावधान किया हुआ है। लेकिन शिक्षा के मंदिर में ही पढ़ने वाले छोटे-छोटे बच्चें बाल मजदूर बन गए है। इससे बच्चों की शिक्षा भी प्रभावित हो रही है। जबकि बच्चों के साथ स्कूल का कोई शिक्षक काम करता नहीं दिखा।
बच्चें खुद काम कर रहे है। हमने बच्चों को मजदूरी करने के लिए नहीं कहा है। हम अपने कमरे में बैठे थे। बच्चें खुद मजदूरी करने लगे है। वैसे भी स्कूल में काम कराने के लिए कोई बजट उपलब्ध नहीं है।
रमा, प्रधानाचार्य
बच्चों से स्कूल में मजदूरी नहीं कराई जा सकती है। स्कूल को अन्य खर्चों के रुपये जारी किए जाते है। अन्य खर्चों से स्कूल में मजदूरी के कार्य होते है। बाल मजदूरी कराने पर प्रधानाचार्य से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
दीप्ति यादव, उपशिक्षा अधिकारी प्राथमिक
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