इंडोनेशिया के मुख्य द्वीप जावा में आज यानी 21 नवंबर को भूकंप आने से कम से कम 162 लोगों की मौत हो गई है, जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए हैं. भूकंप से दर्जनों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं और लोगों को अपनी जान बचाने के लिए सड़कों और गलियों में भागना पड़ा. 5.4 तीव्रता का भूकंप पश्चिम जावा प्रांत के सियांजुर क्षेत्र में 10 किलोमीटर (6.2 मील) की गहराई में केंद्रित था
एजेंसी ने कहा कि एक इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल, एक अस्पताल और अन्य सार्वजनिक सुविधाओं सहित दर्जनों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं. एक बयान में कहा गया है कि हताहतों की संख्या और नुकसान के बारे में जानकारी अभी एकत्र की जा रही है.
जकार्ता में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए. राजधानी में ऊंची इमारतें हिल गईं और कुछ को खाली करा लिया गया. दक्षिण जकार्ता में एक कर्मचारी विडी प्रिमाधनिया ने कहा, 'भूकंप बहुत तेज महसूस हुआ. मैंने और नौवीं मंजिल पर स्थित मेरे दफ्तर में मेरे सहकर्मियों ने आपातकालीन सीढ़ियों से बाहर निकलने का फैसला किया
विशाल द्वीपसमूह राष्ट्र में अक्सर भूकंप आते हैं, लेकिन जकार्ता में उन्हें महसूस करना असामान्य है. इंडोनेशिया की आबादी 27 करोड़ से अधिक है और यह भूकंप, ज्वालामुखी विस्फोट तथा सुनामी से अक्सर प्रभावित होता रहता है.
इस साल फरवरी में, पश्चिम सुमात्रा प्रांत में 6.2 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई थी और 460 से अधिक घायल हो हुए थे.
2004 में हिंद महासागर में आए एक शक्तिशाली भूकंप और सुनामी ने एक दर्जन देशों में लगभग 2,30,000 लोगों की जान ली थी, जिनमें से अधिकांश इंडोनेशिया में थे.
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