मसूरी में चले तीन दिन के चिंतन शिविर में मिले 500 से अधिक सुझावों में प्रमुख 16 की सूची तैयार की गई है, जिन्हें जमीन पर उतारा जा सकता है। अगले पांच सालों में सरकार तरक्की की नई इबारत लिखने के लिए नया मॉडल तैयार करना चाहती है। इसमें रोजगार और आजीविका के नए अवसर होंगे।
जनसुविधाओं के साथ सरकार पर खर्च का दबाव कम होगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मुताबिक, चिंतन शिविर में आए सभी प्रमुख सुझावों को कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा और सरकार इन पर कार्रवाई के लिए तेजी से आगे बढ़ेगी।
शहरीकरण के लिए
अवस्थापना व संचार कार्य
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