शिक्षा महानिदेशक झरना कमठान का कहना है कि शिक्षा विभाग की प्रगति की समीक्षा शिक्षा निदेशालय की वजह जिलों की स्तर पर की जाए तो ज्यादा बेहतर होगी इसलिए उनकी प्राथमिकता में जिलों की समीक्षा किया जाना रहेगा इसके लिए हर जिले के लिए एक नोडल अधिकारी तय किया जाएगा जिसके जिम्मेदारी जिले के मॉनिटरिंग के साथ शैक्षणिक गुणवत्ता और स्कूलों की स्थिति को सुधारने की होगी। सोमवार को भी शिक्षा निदेशालय में बैठक बुलाई गई है जिसमें सभी जिलों के सीईओ के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की जाएगी।
विभागीय योजनाओं की जानकारी हेतु PPT के माध्यम से अधिकारियों द्वारा निदेशक शिक्षा महानिदेशक के सामने प्रस्तुतीकरण दिया गया। महानिदेशक द्वारा समस्त अधिकारियों को अवगत कराया गया कि राजकीय विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को गुणवत्तायुक्त शिक्षा उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता है।
समीक्षा बैठक के निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण बन्दना गर्याल, अपर राज्य परियोजना निदेशक डॉ० मुकुल कुमार सती सहित शिक्षा विभाग के समस्त अधिकारी उपस्थित रहे। वही सभी भावनाओं में और कमरों में निरीक्षण के दौरान अपर राज्य परियोजना निदेशक डॉ मुकुल कुमार सती भी शिक्षा महानिदेशक के साथ मौजूद रहे।
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