रूद्रप्रयाग. केदारनानाथ दर्शन करने पैदल जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक बार फिर से रास्ता बंद हो गया है. इससे पहले कुबेर एवं भैरव ग्लेशियर के पास ग्लेशियर टूटने से केदारनाथ मार्ग आवाजाही के लिए बंद हो गया था. अब भैरव गदेरे के पास लगातार ग्लेशियर टूटने पर प्रशासन ने फैसला लिया है. एसडीआरएफ और पीडब्ल्यूडी की टीम ने कड़ी मशक्कत कर लोगों के लिए रास्ता खुलवाने में जुट गई हैं. डीएम रुद्रप्रयाग ने तीर्थयात्रियों से अपील करते हुए कहा है कि खराब मौसम को देखते हुए केदारनाथ यात्रा 2-3 दिन न करें.
ग्लेशियर टूटने के चलते केदारनाथ जा रहे 4 पोर्टर बुधवार की शाम को करीब 6 बजे फंस गए थे. इसके बाद स्थानीय लोगों द्वारा सूचना मिलने पर एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और इन चारों लोगों का रेस्क्यू किया. ग्लेशियर में फंसे लोगों में चंदा बहादुर, शेर बहादुर, खड़क बहादुर थापा और राम बहादुर शामिल थे. वे चारों बुधवार को लींचोली से श्री केदारनाथ के लिए जा रहे थे. तभी कुबेर ग्लेशियर के पास अचानक ताजा ग्लेशियर के चपेट में आ गए.
जिससे भारी मात्रा में बर्फ यात्रा मार्ग पर आ गई। और यात्रा मार्ग पूरी तरह बंद हो गया।फिलहाल एशडीआरएफ और प्रशासन की टीमें बर्फ हटाने के काम में लगी हैं। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने केदारनाथ धाम पैदल यात्रा कर रहे तीर्थ यात्रियों से अपील की है कि यात्रा मार्ग पूरी तरह से सुचारू न होने तक केदारनाथ की यात्रा पर न जाएं। यात्री जिस स्थान पर हैं, उसी स्थान पर सुरक्षित रहेंl उन्होंने यह भी कहा कि जो यात्री हैली सेवा से दर्शन करना चाहते हैं वो हैली सेवा के माध्यम से केदारनाथ धाम के दर्शन कर सकते हैंl उन्होंने यात्रा मार्ग में दोनों ग्लेशियर पर तैनात डीडीआरएफ, एसडीआरएफ, एन डी आर एफ, वाईएमएफ व पुलिस के जवानों को निर्देश दिए कि अपनी सुरक्षा के साथ ही तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखें l
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