शामली जिले में बेसिक शिक्षा विभाग में पांच वर्ष पूर्व 194 शिक्षकों को पूर्व नियम विरुद्ध काल्पनिक पदोन्नति दे दी गई। इनमें से 23 शिक्षकों को एक माह के भीतर ही दो बार पदोन्नत किया गया। ये शिक्षक पिछले पांच साल में करोड़ों का अतिरिक्त वेतन उठा चुके हैं। सूचना के अधिकार के तहत बीएसए कार्यालय से मिली सूचना से इस गड़बड़ी का खुलासा भी हो गया, लेकिन कार्रवाई करने की बजाय अफसर इसे दबाकर बैठ गए।
बेसिक शिक्षा विभाग में वर्ष 2018 में बीएसए के पद चंद्रशेखर सिंह तैनात थे। अपने कार्यकाल के दौरान वर्ष 2018 में उन्होंने 194 शिक्षकों को काल्पनिक पदोन्नति के आदेश जारी किए थे। इनमें से 23 शिक्षकों को एक माह के भीतर ही दो बार काल्पनिक पदोन्नति दी गई। नियमानुसार इसके लिए शिक्षा सचिव की अनुमति ली जानी थी। लेकिन अनुमति नहीं ली गई। पदोन्नति से बढ़े वेतन का एरियर भी बिना टीडीएस काटे उन्हें दे दिया गया। इस मामले में जांच भी हुई, लेकिन रिपोर्ट दबा दी गई।इस तरह की गई धांधली
इन 194 शिक्षकों को पदोन्नति देने के लिए दूसरे शिक्षकों की पदोन्नति को आधार बनाया गया। लेकिन जिन्हें आधार बनाया गया, उन शिक्षकों की पदोन्नति की जांच ही किसी अधिकारी ने नहीं की। 23 शिक्षकों को पहले एक शिक्षक की पदोन्नति को आधार बनाकर पदोन्नति दी, फिर एक माह बाद ही दूसरे शिक्षक को आधार बनाकर दोबारा पदोन्नति दे दी गई। नियमानुसार ऐसा करते समय पदोन्नति का पहला आदेश निरस्त करना था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
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