उत्तराखंड के चमोली, उत्तरकाशी में भारी बारिश ने मचाई तबाही, पुल बहे, कई मकान और गाड़ियां मलबे में दबे, श्रीनगर में अलकनंदा नदी के जलस्तर ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बारिश खूब कहर बरपा रही है। पहाड़ी इलाकों में नदी नाले उफान पर हैं। जलस्तर बढ़ने के कारण गंगा खतरे के निशान पर बह रही है। वहीं, बारिश के बाद सड़कों पर मलबा फैल गया है। वहीं, चमोली, रुद्रप्रयाग समेत कई इलाकों में घर बह गए हैं। कई जगह पुल भी टूटे हैं। उधर, मौसम विभाग ने देहरादून, टिहरी, पौड़ी, हरिद्वार, नैनीताल, चंपावत और ऊधमसिंह नगर जिले के कई इलाकों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है जबकि, अन्य जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।
चमोली और बागेश्वर जिले के कुछ इलाकों में बिजली चमकने और तेज गर्जन के साथ भारी बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि अगले कुछ दिनों तक प्रदेशभर में भारी बारिश के आसार हैं। इसके चलते संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन और चट्टानों के टूटने से सड़कें बंद हो सकती हैं।
हरिद्वार में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। यहां गंगा का 294 मीटर डेंजर लेवल है, जबकि गंगा 294. 95 मीटर पर बह रही है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में पूरी तरह खतरा बना हुआ है। ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट पार्किंग स्थल भी पूरी तरह जलमग्न हो गया। मौके पर जल पुलिस और आपदा राहत दल के जवान तैनात हैं। आपदा प्रबंधन अधिकारी ने अवगत कराया है कि गंगा का जल स्तर बढ़ने और मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए कक्षा 1 से 12 तक के सभी सरकारी, गैर सरकारी व आंगनबाड़ी केंद्र आज बंद रखे गए हैं।
चमोली जनपद में रविवार रात से शुरू हुई भारी बारिश आज भी जारी है। जनपद के थराली, नंदानगर और पीपलकोटी क्षेत्र में नदियों के साथ ही गाड गदेरे उफान पर बह रहे हैं। सबसे अधिक नुकसान थराली में हुआ है। यहां थराली गांव और केरा गांव में कई मकान व गौशालाएं मलबे में दब गईं। कई जगह छोटे पुलों को भी नुकसान हुआ है।
देहरादून में सुबह मालदेवता से सटे कुमाल्डा क्षेत्र में दून डिफेंस एकेडमी का पांच मंजिला भवन गिरा। गनमीत रही कि यहां काई नहीं था। मूसलाधार बारिश के कारण गरुड़चट्टी में एक परिवार के मलबे की चपेट में आने की सूचना है। सूचना मिलने पर कमानडेंट एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा खुद मौके पर पहुंचे और सर्चिंग कार्य शुरू करवाया।
No comments:
Post a Comment