देहरादून। महानिदेशक बंशीधर तिवारी के द्वारा आज जहां कई आदेश जारी किए गए है, वही एक आदेश ऐसा भी है जो शिक्षकों के बीच खासा चर्चा का विषय बना हुआ है, कि आखिरकार क्या जो आदेश जारी हुआ है, उस पर अमल हुआ तो सियासी पहुंच रखने वाले कई शिक्षकों की छुट्टी एससीईआरटी, सीमेंट, डाइट, बोर्ड कार्यालय आदि संस्थानों से हो जाएगी। शिक्षा महानिदेशक के द्वारा जो आदेश जारी किया गया है, उसमें उन्होंने कहा है कि संज्ञान में आया है कि कतिपय शिक्षक प्रवक्ता, एलटी, सहायक अध्यापक प्रारंभिक व कार्मिक विभिन्न संस्थानों में कई वर्षों से कार्यरत है, किंतु उनके नाम पात्रता सूची में सम्मिलित नहीं है जिस हेतु निर्णय लिया गया है, कि कोई भी शिक्षक कार्मिक जो विभिन्न संस्थानों, सीमैट, एससीईआरटी, बोर्ड कार्यालय, डायट में 4 वर्षों से अधिक समय से कार्यरत है, उन्हें अनिवार्य रूप से हस्तांतरित किया जाएगा।
किंतु ऐसे हस्तांतरित शिक्षकों को किसी भी दशा में एससीआरटी, डायट में स्थापित नहीं किया जाएगा, साथ ही ऐसे शिक्षक पात्रता सूची में सम्मिलित होने से छूटे हो तो उन्हें तत्काल पात्रता सूची में सम्मिलित कर कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। यानी कि ऐसे शिक्षकों को ट्रांसफर सूची जो तैयार हो रही है उसमें सम्मिलित करते हुए उनके ट्रांसफर किए जाएंगे माना जा रहा है कि सियासी पहुंच रखने वाले शिक्षकों की ही तैनाती सीमैट, एससीईआरटी, बोर्ड कार्यालय, डायटों में ज्यादातर होती है ऐसे में देखना यह होगा कि आखिरकार क्या वास्तव में बड़े स्तर पर इन कार्यालयों से 4 साल की सेवा पूरी कर चुके शिक्षकों या कार्मिकों के ट्रांसफर हो पाएंगे।
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